क्या आपको पता है कि जिस Aspirin को हम आज छोटी सी दर्द निवारक गोली समझते हैं, उसकी शुरुआत एक बेटे की मजबूरी और एक पिता की तकलीफ से हुई थी?
ये कहानी है 1890 की, जर्मनी की। उस समय एक युवा केमिस्ट थे — फेलिक्स हॉफमैन, जो एक नई-नई फार्मा कंपनी Bayer में काम करते थे। उनके पिताजी को रूमेटॉइड आर्थराइटिस था। दर्द इतना असहनीय होता था कि चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता था।
डॉक्टरों के पास एक उपाय था — सैलिसिलिक एसिड। लेकिन इस दवा का स्वाद बेहद कड़वा था और पेट में जाते ही जलन और उल्टी का कारण बनती थी। हॉफमैन के लिए ये सिर्फ एक केस नहीं था, ये उनके पिताजी की पीड़ा थी। और तभी उन्होंने सोच लिया — "मैं ऐसी दवा बनाऊंगा जो असरदार भी हो और सहने लायक भी हो।"
कैसे बनी Aspirin?
10 अगस्त 1897, हॉफमैन ने
लैब में एक chemical reaction किया।
उन्होंने सैलिसिलिक एसिड को
एसिटिक एनहाइड्राइड से
ट्रीट किया।
इस रिएक्शन से बना एक compound —
Acetylsalicylic Acid,
जो न केवल असरदार painkiller था, बल्कि ज्यादा soft और digestive-friendly भी
था।
यही compound आज दुनिया Aspirin के नाम से जानती है।
कंपनी को शुरुआत में इस खोज की कदर नहीं थी
Bayer कंपनी, जो नई थी, इस नए compound को कुछ खास मान नहीं रही थी।
उनके लिए ये बस एक और chemical था।
हॉफमैन के इस आविष्कार को shelves में डाल दिया गया।
लेकिन कहानी यहाँ खत्म नहीं होती।
Arthur Eichengrün — भुला दिया गया हीरो
Bayer कंपनी में ही एक और scientist थे —
आर्थर आइकनग्रुन।
उन्होंने इस compound की potential को पहचाना और खुद इसे doctors तक
पहुँचाया।
उनका विश्वास था कि Aspirin सिर्फ एक दवाई नहीं, बल्कि एक medical revolution
है।
उन्होंने खुद clinical tests करवाए और patients की तरफ से जब positive
responses आने लगे,
तब जाकर Bayer ने Aspirin को seriously लेना शुरू किया।
1899 में Bayer ने इस दवाई को officially launch किया — नाम दिया गया: Aspirin.
क्यों कहा जाता है Aspirin को “Magic Pill”?
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यह पहली painkiller थी जो long-term use के लिए safe मानी गई
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World War I में German soldiers के first-aid kits में पहली दवा Aspirin ही होती थी
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Affordable और reliable होने के कारण यह लगभग हर घर की basic दवा बन गई
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आगे चलकर पता चला कि ये heart attack prevention में भी कारगर है
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Anti-inflammatory और blood-thinning properties के कारण इसने medical science में बेंचमार्क सेट किया
आज क्या है Aspirin की पहचान?
आज Aspirin सिर्फ एक दवा नहीं, एक symbol है —
दर्द से लड़ने का, dedication का, और science की इंसानियत के लिए सेवा
का।
दुनिया में शायद ही कोई ऐसी दवाई है जो इतनी universally इस्तेमाल होती हो।
Doctors, chemists, researchers — सभी Aspirin को modern medicine की सबसे
ज़रूरी खोजों में गिनते हैं।
लेकिन ध्यान रहे...
Aspirin कोई टॉफी नहीं है।
ये एक दवा है, और हर दवा की तरह इसके side effects भी हो सकते हैं।
खासकर अगर आप बिना डॉक्टर की सलाह के इसे लेते हैं।
हम ये ब्लॉग informational purpose से शेयर कर रहे हैं। Aspirin लेने या ना लेने का फैसला सिर्फ आपके डॉक्टर को करना चाहिए।
✍️ लेखक:
यशवंत सिंह
और
निशु सिंह
हम दोनों LurnSkill ब्लॉग के लेखक और संस्थापक हैं। हमारा मकसद है कि टेक्नोलॉजी, जनरल नॉलेज और डिजिटल स्किल्स जैसी ज़रूरी जानकारी को आसान और देसी भाषा में हर उस इंसान तक पहुँचाया जाए जो कुछ नया सीखना चाहता है। हम चाहते हैं कि सीखना भारी न लगे — बल्कि मजेदार और जानकारी से भरपूर हो।